Mock Drill 2025: जानिए क्यों 7 मई को देश के 300 जिलों में होगी मॉक ड्रिल
मॉक ड्रिल भारत 2025 के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के 300 जिलों में बड़े स्तर पर नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने का आदेश जारी किया है। यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हालिया पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनज़र उठाया गया है।

मुख्य बिंदु
मॉक ड्रिल भारत 2025 7 मई को आयोजित की जाएगी।
देश के 300 जिलों में एक साथ होगा सुरक्षा अभ्यास।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आदेश जारी किया।
2010 में भी इसी तरह की मॉक ड्रिल हुई थी, तब 244 जिलों में की गई थी।
संभावित क्षेत्र: परमाणु संयंत्र, सैन्य अड्डे, तेल रिफाइनरियां, हाइड्रोपावर प्लांट।
गृह मंत्रालय का निर्देश
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को निर्देश देते हुए 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल कराने का आदेश दिया है। इस आदेश के तहत देश भर के 300 जिलों को मॉक ड्रिल में भाग लेना अनिवार्य किया गया है।
इसका उद्देश्य नागरिकों को संभावित आपदाओं और हमलों के प्रति सचेत और तैयार करना है।
मॉक ड्रिल की तारीख और तैयारी
यह अभ्यास 7 मई को होगा और इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। विभिन्न जिलों में सुरक्षा एजेंसियां, प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग एकजुट होकर रिहर्सल की योजनाएं बना रहे हैं।
🔁 2010 की लिस्ट से तुलना
वर्ष | शामिल जिले | मुख्य क्षेत्र |
---|---|---|
2010 | 244 जिले | बड़े शहर, संवेदनशील क्षेत्र |
2025 | 300 जिले | संभावित खतरे वाले स्थान जैसे प्लांट्स और सैन्य क्षेत्र |
2010 में भी एक मॉक ड्रिल की गई थी, जिसमें 244 जिलों को शामिल किया गया था। इस बार संख्या को बढ़ाकर 300 जिलों में किया गया है।
2010 की वायरल लिस्ट और मौजूदा कयास
2010 में भी गृह मंत्रालय ने एक व्यापक मॉक ड्रिल अभ्यास का आयोजन किया था। उस समय 244 जिलों की सूची जारी की गई थी, जिसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे बड़े महानगर भी शामिल थे। यह सूची हाल ही में सोशल मीडिया पर दोबारा वायरल हो गई है।
इस लिस्ट के वायरल होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि मॉक ड्रिल भारत 2025 भी इन्हीं 244 जिलों में करवाई जाएगी। हालांकि, इस बार 300 जिलों को शामिल करने की खबर सामने आ चुकी है, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार की तैयारी और सुरक्षा दृष्टिकोण और भी व्यापक हो गया है।
📍 कौन से जिले होंगे शामिल?
हालांकि सभी 300 जिलों की सूची अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, मॉक ड्रिल उन जिलों में कराई जाएगी जहां—
परमाणु संयंत्र मौजूद हैं
सैन्य अड्डे स्थित हैं
तेल रिफाइनरियां कार्यरत हैं
हाइड्रोपावर प्लांट्स मौजूद हैं
यह जिलों की संवेदनशीलता और रणनीतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए चयन किया गया है।
क्या होती है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल एक सिमुलेटेड सुरक्षा अभ्यास है, जिसका उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और नागरिकों को जागरूक करना होता है।
मॉक ड्रिल के प्रमुख उद्देश्य:
लोगों को संकट की स्थिति में सही निर्णय लेने की ट्रेनिंग देना
आपदा प्रबंधन एजेंसियों के रेस्पॉन्स टाइम की जांच करना
सुरक्षा उपकरणों और संसाधनों की तैयारी का मूल्यांकन
मॉक ड्रिल में की जाने वाली गतिविधियाँ
गतिविधि | उद्देश्य |
---|---|
एयर रेड वॉर्निंग सिस्टम की टेस्टिंग | हमले से पहले अलर्ट जारी करना |
हॉटलाइन रेडियो कम्युनिकेशन | तत्काल सैन्य संवाद स्थापित करना |
क्रैश ब्लैकआउट प्रैक्टिस | एयर स्ट्राइक या ब्लैकआउट की तैयारी |
आम लोगों को डिफेंस ट्रेनिंग देना | जन सुरक्षा सुनिश्चित करना |
भारत-पाकिस्तान संबंध और मॉक ड्रिल
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और अधिक बढ़ा दिया है। ऐसे समय में मॉक ड्रिल भारत 2025 सरकार की एक सतर्कता भरी तैयारी मानी जा रही है।
यह अभ्यास केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी सजगता का संदेश है कि संकट की घड़ी में देश पूरी तरह तैयार है।
मॉक ड्रिल भारत 2025 – संक्षेप में
तत्व | जानकारी |
---|---|
अभ्यास का नाम | मॉक ड्रिल भारत 2025 |
आयोजन तिथि | 7 मई 2025 |
आदेश जारी करने वाला विभाग | केंद्रीय गृह मंत्रालय |
कुल शामिल जिले | 300 |
अभ्यास का उद्देश्य | सुरक्षा तैयारी और नागरिक सजगता |
प्रमुख अभ्यास गतिविधियाँ | रेड वॉर्निंग, ब्लैकआउट, रेडियो लिंक |
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