ICC चेयरमैन जय शाह को मिलती है सैलरी या नहीं? जानिए सच्चाई
क्रिकेट की दुनिया में जय शाह की ताकत
अगर हम क्रिकेट की दुनिया के सबसे प्रभावशाली और ताकतवर व्यक्तित्वों की बात करें, तो जय शाह का नाम सबसे ऊपर आएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव और अब आईसीसी (International Cricket Council) के चेयरमैन के रूप में उनकी भूमिका और जिम्मेदारियाँ महत्वपूर्ण हैं। लेकिन एक सवाल जो हमेशा उठता है, वह यह है कि जय शाह को इन पदों के लिए कितनी सैलरी मिलती है? क्या उन्हें इन हाई-पोजीशन पर काम करने के लिए वेतन मिलता है? आइए जानते हैं इसके बारे में।
🏏 ICC चेयरमैन का पद – ऑनरेरी होता है
जय शाह को आईसीसी के चेयरमैन के रूप में एक भी रुपया सैलरी के रूप में नहीं मिलता। आईसीसी के चेयरमैन का पद ऑनरेरी होता है, जिसका मतलब है कि यह एक सम्मानजनक पद है और इसके लिए किसी प्रकार का वेतन या भत्ता नहीं दिया जाता है।
जय शाह ने कुछ ही समय पहले आईसीसी के चेयरमैन का पद संभाला था, जो पहले ग्रेग बार्कले के कार्यकाल के बाद खाली हुआ था। हालांकि, उनकी शक्तियों और जिम्मेदारियों के बारे में बात करें तो वह पहले से ही बीसीसीआई सचिव के रूप में बेहद प्रभावशाली भूमिका में थे। दोनों ही पदों में कार्य करने के बावजूद, उन्हें एक भी रुपया सैलरी के रूप में नहीं मिलता।
💼 बीसीसीआई सचिव का पद – सैलरी नहीं, भत्ते मिलते हैं
बीसीसीआई सचिव के रूप में भी जय शाह को वेतन नहीं मिलता। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को, चाहे वह अध्यक्ष हों, उपाध्यक्ष, सचिव या कोषाध्यक्ष, वेतन नहीं दिया जाता। ये सभी अधिकारी केवल भत्तों और आधिकारिक खर्चों के लिए प्रतिपूर्ति के पात्र होते हैं।
यह व्यवस्था बीसीसीआई के लिए खास है, क्योंकि यह एक गैर-लाभकारी संस्था है और इसके अधिकारी सैलरी की बजाय आधिकारिक खर्चों के लिए भत्ते प्राप्त करते हैं। ऐसे में जय शाह को इन उच्च पदों के लिए वेतन नहीं मिलता, बल्कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने के बदले भत्तों के रूप में धन प्राप्त करते हैं।
🎓 जय शाह की शिक्षा और पृष्ठभूमि
जय शाह का जन्म 22 सितंबर 1988 को गुजरात, भारत में हुआ था। वह भारत के गृह मंत्री अमित शाह और सोनल शाह के बेटे हैं।
जय शाह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात में ही पूरी की और फिर अहमदाबाद स्थित निरमा यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (B.Tech) की डिग्री प्राप्त की।
उनकी शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उन्हें हमेशा प्रशासन और क्रिकेट के क्षेत्र में एक नया दृष्टिकोण और कार्यक्षमता दी। बीसीसीआई के सचिव और आईसीसी चेयरमैन के रूप में उनका प्रभाव केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है।
📊 पॉवर और जिम्मेदारी का मामला
जय शाह को आईसीसी चेयरमैन और बीसीसीआई सचिव के पदों पर कार्य करने के लिए सैलरी नहीं मिलती, यह जानकर कई लोग हैरान हो सकते हैं। लेकिन इन दोनों पदों पर कार्य करने के लिए उन्हें सैलरी की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये दोनों ही पद ऑनरेरी होते हैं।
इनकी असली ताकत और प्रभाव इनकी जिम्मेदारियों और कार्यक्षमता में है, न कि किसी प्रकार की सैलरी या भत्ते में। उन्होंने अपनी सफलता और प्रतिष्ठा का निर्माण वर्षों की कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से किया है।
इन पदों पर जय शाह का कार्य केवल आधिकारिक खर्चों और भत्तों तक सीमित नहीं है, बल्कि इनकी जिम्मेदारी क्रिकेट की दुनिया के सबसे बड़े निर्णयों को प्रभावित करने की है।