धनतेरस पर भूल कर भी इन चीजों की न करें खरीदारी
हिंदुओं के प्रसिद्ध त्योहार पंच पर्व (दिवाली) के पहले दिन कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष 10 नवंबर को पराक्रम योग में धनतेरस है। इस दिन शुक्र प्रदोष भी है। शुक्र प्रदोष और धन त्रयोदशी का महासंयोग बन रहा है। त्रयोदशी के दिन ही आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि जी की जयंती होती है। धनतेरस पर मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं शुभ फल देती हैं। इस वजह से बाजारों में रौनक रहती है खासकर लोग सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं। ऐसे में आईये जानते हैं इस साल धनतेरस पर खरीदारी का क्या है शुभ मुहूर्त और इस दिन क्या खरीदें और क्या नहीं।
धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अच्छा व फलदारी माना जाता है। पंचांग के अनुसार 10 नवंबर को धनतेरस पर दोपहर 12:35 से लेकर अगले दिन यानी 11 नवंबर की दोपहर 1:58 बजे तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है। यानी आप दोपहर साढ़े 12 बजे के बाद अपनी मनपसंद चीजों की खरीदारी कर सकते हैं। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, वाहन और अन्य घरेलू उपकरणों की खरीदारी की जाती है।
धनतेरस पर पूजा का मुहूर्त
पं. गिरिराज अत्री के अनुसार धनतेरस पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा होती है। पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर, शुक्रवार को शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस दिन आप 13 दीपक जलाकर पूजा-अर्चना करें।
धनतेरस पर क्या खरीदें और क्या न खरीदें
- धनतेरस पर सोने-चांदी के जेवर, पीतल-कांसे के बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र को खरीदना शुभ माना जाता है।
- यदि आप महंगी वस्तुएं नहीं खरीद पा रहे हैं तो साबुत धनिया घर ले आएं।
- गोमती चक्र खरीदने से भी मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसती है।
- इस दिन लोहे से बना सामान नहीं खरीदना चाहिए और न ही एल्युमीनियम और स्टील के बर्तन धर लाएं
- इसके अलावा प्लास्टिक, कांच और चाइनीज मिट्टी का सामान भी नहीं खरीदना चाहिए। इससे दुर्भाग्य आता है।